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आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने पर मिठाई बांट कर मनाई गई खुशियां
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सूरजपुर में आतिशबाजी कर मिठाईयां बांटकर खुशियां मनाई गई। भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल के भैयाथान रोड और मंडल अध्यक्ष अजय अग्रवाल के मेन रोड स्थित निवास सहित नगर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर पटाखे फोड़े गए। इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष रामकृपाल साहू ने कहा कि सरगुजा संभाग के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन है।
सरगुजा संभाग से मुख्यमंत्री बनाने के लिए मै केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं। भाजपा जिलामहामंत्री राजेश महलवाला ने कहा कि विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाये जाने से प्रदेश का चहुमुखी विकास होगा। हर वर्ग के लोगो की मंशानुरूप प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर होगा।
जिला कोषाध्यक्ष थलेस्वर साहू ने कहा की प्रदेश मे पहला आदिवासी मुख्यमंत्री देने का काम भी भाजपा ने किया है यही है भाजपा का सबका साथ सबका विकाश सबका विश्वास सबका प्रयास। इस दौरान रामकृपाल साहू, राजेश महलवाला, थलेश्वर साहू, जगदीश गुप्ता, डॉ चतुर्वेदी, सतीश गर्ग, आनंद सोनी मौजूद रहे।
इसके अलावा अरविन्द मिश्रा,संजू सोनी, प्यारे साहू,शैलू अग्रवाल भोला साहू प्यार साहू सरोज साहू सतीश जैन शिवशंकर साहू भुनेश्वर साहू किशन देवांगन कौशल्या सिंह हेमन्त बैगा विक्की सोनवानी शतबीर सिंह हरिनंदन सिंह हेमदास मिश्र सहित अन्य कार्यकर्त्ता शामिल थे.
जशपुर से समाचार है कि सीएम के लिए विष्णुदेव साय के नाम का ऐलान होने के बाद से उनके गृह ग्राम बगिया सहित जिले में जश्न का माहौल है। विष्णुदेव साय के परिजनों ने आतिशबाजी कर एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाया। बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने जशपुर में जश्न मनाया और आतिशबाजी की।
सीएम विष्णुदेव साय की मां जसमनी देवी सहित परिजनों ने बधाई दी। उन्होंने बताया कि वे बहुत खुश है कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बन रहा है। वे चाहती है कि उनका बेटा राज्य के साथ देश की सेवा करे। हर किस की समस्या का निदान करे और आगे बढ़े। समर्थकों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आदिवासी क्षेत्र से मुख्यमंत्री चुना जाना जशपुर जिले के लोगों के लिए खुशी का पल है।
गांव के पंच से सीएम बनने का सफर नहीं आसान
विष्णदेव साय के छोटे भाई जय प्रकाश साय ने कहा कि घर के बड़े लड़के होने कारण जिम्मेदारियों की वजह से उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और घर-परिवार को देखने लगे। गांव के पंच बनने से लेकर मुख्यमंत्री बनने का सफर आसान नहीं रहा है। आज उनका सीएम बनना हमारे लिए गौरव का पल है।
पारिवारिक कारणों से छोड़ी पढ़ाई
जशपुर जिले के ग्राम पंचायत बगिया गांव में पले बड़े विष्णुदेव साय का जन्म 21 फरवरी 1964 को हुई। उनके पिता रामप्रसाद साय माता का नाम जसमनी देवी है। विष्णुदेव साय के शिक्षा की बात करें तो उनका प्रारंभिक शिक्षा गांव के बगिया प्राथमिक स्कूल से हुई और आगे की पढ़ाई छठवीं से 11वीं तक कुनकुरी के लोयोला हायर सेकेंडरी स्कूल में 1981 तक पढ़ाई की। इसके बाद चार भाइयो में सबसे बड़े विष्णुदेव पारिवारिक कारणों से आगे की पढ़ाई छोड़ दी और पिताजी के साथ खेती किसानी करने लगे।
वर्तमान में विष्णुदेव साय की बड़ी बेटी निवृति साय के शादी जिला धमतरी फसरपानी में हुई है। वही दूसरी बेटी स्मृति साय रायपुर में पीएससी की तैयारी कर रही है। वहीं इकलौता बेटा तोसेन्द्र देव साय फिलहाल रायपुर में कॉलेज की पढ़ाई कर रहे है।
राजनीति करियर की शुरूआत
गांव में पढ़े-लिखे होने कारण 1989 उन्होंने अपनी राजनीति करियर की शुरुआत की। 1989 पहली बार उन्होंने ग्राम पंचायत में वार्ड पंच बने। फिर 1990 में बगिया पंचायत के निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए। सरपंच बनते ही इन्हें तपकरा विधानसभा सीट से 1990 से 1998 तक भाजपा प्रत्याशी बनाया गया।
साल 2014 में रह चुके हैं मोदी कैबिनेट में स्टील मंत्री
पहली बार 26 साल की उम्र में तत्कालीन मध्यप्रदेश की विधानसभा में विधायक बनकर विधानसभा का सफर तय किया। इसके बाद 27 मई 1999 में सांसद का चुनाव निर्वाचित होकर 2014 तक सांसद रहे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कैबिनेट में उन्हें 2014 से 2019 तक रायगढ़ संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद व कैबिनेट केन्द्रीय राज्यमंत्री के रूप में इस्पात खनन एवं श्रम रोजगार विभाग मंत्रालय में मंत्री रहे।
कुनकुरी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया
2020 से 2022 तक छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष की पद पर रहे। 2022 से विशेष आमंत्रित राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य के रूप में रहे। वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव में कुनकुरी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज को 25 हजार 787 मतों से पराजित कर फिर से विधायक बने।