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धार….
धार के कुक्षी जनपद क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के दौरान गांव की महिला सरपंच ने भ्रष्टाचार किया हैं, इस बात की शिकायत मिलने पर पहले जनपद कार्यालय में विभागीय जांच की गई। जिसमें यह बात सामने आई कि मृत व्यक्ति के नाम पर आरोपियों ने सांठगांठ करते हुए राशि निकाली हैं, ऐसे में मामले की सूचना जनपद कार्यालय से बाग थाने पर दी गई।
जिसके आधार पर ही पुलिस ने तत्कालीन सरपंच कुसुम बघेल, पंचायत के सचिव मडिया जमरा, रोजगार सहायक संतोष बघेल के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कुल 6 धाराओं में प्रकरण दर्ज किया हैं, हालांकि अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। किंतु मामले में बाग पुलिस ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल जनपद कार्यालय अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरी में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए लोगों को जानकारी दी गई थी, इस दौरान योजना का लाभ लेने के लिए कई लोगों ने आवेदन किए थे। जिसके बाद पात्र हितग्राहियों को आवास योजना के तहत किश्तों का भुगतान शुरु किया गया तभी आरोपियों ने शासकीय दस्तावेजों में हेराफेरी कर, असत्य दस्तावेज तैयार कर शासकीय धनराशि का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया।
जनपद कार्यालय कुक्षी के पंचायत समन्वयक अधिकारी युवराज निगवाल ने बताया कि आरोपियों ने हितग्राही क्रमांक 1 रुखडिया पिता हागरिया के नाम पर योजना स्वीकृत हुई थी। पर राशि आवंटन के दौरान पात्र हितग्राही की जगह रुखड़िया गमीर का खाता दर्ज कर लाभान्वित किया गया। इसी तरह बहादुर पिता भावसिंह निवासी लुन्हैरा को योजना का लाभ दिलवाने की बात बताई गई, किंतु जांच में यह बात सामने आई कि हितग्राही पिछले 8 सालों से इंदौर में निवास कर रहा है। साथ ही वास्तविक हितग्राही लाभ से वंचित है।
4 साल पहले हो गई मौत
थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार योजना के तहत निहाल सिंह गोधा को प्रथम व द्वितीय किश्त का भुगतान किया गया, जबकि निहाल की मौत चार साल पहले ही हो चुकी थी। इस तरह से आरोपियों ने कुल 3 लाख 5 हजार रुपए की धोखाधड़ी की थी, जिस आधार पर पुलिस ने सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक के खिलाफ कार्रवाई की है।
टीआई रणजीत सिंह बघेल के अनुसार जनपद कार्यालय से आवेदन प्राप्त होने के बाद वैधानिक कार्रवाई शुरू की गई हैं, तत्कालीन महिला सरपंच, रोजगार सहायक व सचिव ने 3 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। मामले की जांच जारी है।