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भूल से भी भगवान भोलेनाथ पर ये चीजें न चढ़ाएं….
भगवान भोलेनाथ को समर्पित महाशिवरात्रि का पावन पर्व आ गया है। देशभर के शिव मंदिर और शिवालय सज उठे हैं। भगवान भोलेनाथ का गुणगान किया जा रहा है. बाबा की विशेष पूजा की तैयारी हो रही है। वहीं साथ ही लोग भी महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा करने को तत्पर हैं। उत्साहित हैं। इस उम्मीद में हैं कि वह भोलेनाथ को प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त करेंगे।
बतादें कि, हर साल महाशिवरात्रि पर शिवालयों में शिव भक्तों का तांता लगता है। भोलेनाथ के जयकारों के साथ बम-बम भोले करते हुए बाबा को छूने और उनकी पूजा करने को लोग बेताब देखे जाते हैं। यहां आपको बतादें कि, लोग महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने भी पहुंचते हैं। जहां विशाल कतारों में लोगों को घंटों-घंटों खड़ा रहना पड़ता है।
दरअसल, भोलेनाथ के इस पर्व की बेहद खास महिमा है। मान्यता है कि, महाशिवरात्रि पर जो भी भोलेनाथ की रम-जम के विधि-विधान से पूजा अर्चना करता है। उसकी सभी मनोकामनाओं को भोलेनाथ पूर्ण करते हैं। साथ ही बाबा की कृपा दृष्टि उसपर सदैव बनी रहती है। इसीलिए देखने में आता है कि महाशिवरात्रि आते ही शिव जी की विशेष पूजा की जाती है। रुद्राभिषेक सहित उनके भिन्न-भिन्न अभिषेक किए जाते हैं।
महाशिवरात्रि पर ‘शिव पूजा’ कैसे करें?
अगर आप बिना किसी के पंडित के खुद से ही मंदिर या घर में ‘शिव पूजा’ करते हैं तो कुछ बातों का आपको ख्याल रखना चाहिए। वैसे तो भोलेनाथ को कुछ नहीं चाहिए। उनको बस आपका प्रेम और भक्ति भाव चाहिए। वह तो सिर्फ एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन शिव जी की पूजा में दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से अभिषेक का खास महत्व माना गया है। शिव जी शिवलिंग पर इन चीजों का अभिषेक अवश्य करना चाहिए।
शिव जी के अभिषेक में गंगाजल, जल और गन्ने का रस भी इस्तेमाल करें। अभिषेक होने के बाद शिवलिंग को साफ कर सफेद चंदन लगाएं। फल-मिठाइयों का भोग लगाएं। साथ ही सफेद फूल, शमी के पत्ते, अक्षत, इत्र, बेलपत्र, धतूरा, आक का फूल, मिश्री शिव जी को अर्पित करें। इस दौरान आपको ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते रहना है। वहीं पूजा खत्म होने पर उनकी आरती जरूर करें।
भूल से भी भगवान भोलेनाथ पर ये चीजें न चढ़ाएं
शिवपुराण के अनुसार, शिव भक्त कभी भी भगवान शिव को खंडित अक्षत यानि टूटे हुए हुए चावल, तुलसी, हल्दी, सिंदूर, केतकी के फूल, शंख, नारियल पानी जैसी चीजें अर्पित न करें।