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शरीर सुस्त रहता है। कोई भारी काम नहीं करने पर भी थकान होने लगती है। स्किन पीला पड़ गया है। बाल भी बेजान हैं। पहले कुछ टूटते थे अब तो बालों के गुच्छे गिरते हैं। अगर ऐसा हो रहा है तो मतलब साफ है कि बॉडी में आयरन की कमी है….
आयरन है तो बॉडी मजबूत है
आयरन एक ऐसा मिनरल है जो बॉडी के हर सेल में पाया जाता है। खून का लाल रंग आयरन की वजह से है। आयरन रेड ब्लड सेल्स को ताकत देता है ताकि वह ऑक्सीजन को शरीर के सभी अंगों तक पहुंचा सके। इस मिनरल की कमी हुई तो बॉडी का इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है।
प्रेग्नेंट महिलाओं में एनीमिया खतरनाक
प्रेग्नेंट महिलाओं में आयरन की कमी होने पर प्री मैच्योर बेबी का जन्म हो सकता है। बेबी का वजन भी नॉर्मल नवजात के मुकाबले कम होता है। चूंकि डिलीवरी के समय 740 एमजी आयरन शरीर से बाहर निकल जाता है इसलिए स्थिति और खराब हो जाती है। वहीं ब्रेस्टफीडिंग के कारण मां में आयरन की कमी हो जाती है।
बार-बार ब्लड डोनेट कर रहे तो भी हो सकती है आयरन की कमी
जो लोग बार-बार रक्तदान करते हैं और अपनी डाइट भी ठीक नहीं रखते, उन्हें आयरन की कमी हो सकती है। एक डोनेशन में ही 200 से 250 एमजी आयरन बॉडी से निकल जाता है।
खाने से पहले भूल कर भी चाय, कॉफी, हर्बल टी और ब्लैक टी न लें
इन चीजों में पॉलीफेनॉल होता है जो कि आयरन को बॉडी में घुलने नहीं देता। जब हम आयरन से भरपूर चीज खाने से पहले चाय-कॉफी पीते हैं तो ब्लड में आयरन घुल नहीं पाता। तब बॉडी को आयरन की खुराक नहीं मिल पाती। खाना खाने के एक घंटे बाद चाय-कॉफी ली जा सकती है।
सिगरेट पीने से फेफड़ा ही खराब नहीं होता
धूम्रपान करने से बॉडी में आयरन की मात्रा काफी घट जाती है। सिगरेट का धुआं जब हमारे शरीर में जाता है तो यह ब्लड में आयरन को घुलने से रोकता है।
बहुत आयरन ले रहे तो लिवर, हार्ट को पहुंचता है नुकसान
शरीर में बहुत अधिक आयरन होना भी नुकसानदेह है। जब हम जरूरत से ज्यादा आयरन डाइट में लेते हैं या सप्लीमेंट्स लेते हैं तो यह बॉडी में स्टोर हो जाता है। धीरे-धीरे यह आयरन लिवर और हार्ट के टिश्यूज में जमा होने लगता है। इससे जान तक जा सकती है।
बच्चा उम्र के हिसाब से सीख नहीं रहा तो आयरन की कमी है
कई पेरेंट्स इसकी शिकायत करते हैं कि उनका बच्चा उम्र के हिसाब से लिखना-पढ़ना नहीं सीख रहा। शब्दों का उच्चारण नहीं कर पा रहा। उसका कॉन्फिडेंस डाउन रहता है। अगर ऐसा है तो बच्चे के शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। डाइट पर ध्यान दें तो स्थिति सुधर सकती है।
दिन में नींद, रात में जागते हैं
कई लोग दिन में ऊंघते हैं जबकि रात में नींद नहीं आती। ऐसे लोगों को आयरन की जांच करवानी चाहिए। इसमें सर्काडियन रिदम डिसऑर्डर हो सकता है।
पेट की बीमारियां हैं तो खून की कमी होगी
अगर आपको पेट की बीमारियां हैं, खाना ठीक से नहीं पचता, एसिडिटी होती है तो बॉडी में खून की कमी होगी। पेट या आंतों में पेप्टिक अल्सर बन जाता है।
काला शीरा लेने से दूर होती है आयरन की कमी
पहले के समय में लोग काला शीरा लेते थे। अब भी यह बाजार में मिलता है। यह गन्ने के जूस उबालने के दौरान निकलता है। इसमें न केवल आयरन और फॉलिक एसिड बल्कि बड़ी मात्रा में विटामिन बी मौजूद होते हैं। शीरा पीने से हडि्डयां मजबूत होती हैं। सूखे बालों को भी पोषण मिलता है। पांच चम्मच शीरा में पूरे दिन का 95 प्रतिशत आयरन होता है।
क्या आपको पता है
- 70 प्रतिशत बॉडी का आयरन रेड ब्लड सेल के हीमोग्लोबिन और मायोग्लोबिन में रहता है।
- 120 दिन की लाइफ होती है एक रेड ब्लड सेल की
- 2 एमजी आयरन हर दिन बॉडी से अपने आप खत्म होता है
- 6 प्रतिशत आयरन बॉडी के अलग-अलग एंजाइम में पाया जाता है
- 1000 एमजी आयरन किसी व्यस्क पुरुष में स्टोर रहता है जो कि तीन सालों के लिए पर्याप्त होता है
- 300 एमजी आयरन ही किसी महिला में स्टोर रहता है जो कि तीन माह के लिए पर्याप्त होता है
- 200-250 एमजी आयरन खत्म हो जाता है एक बार ब्लड डोनेशन करने पर
- 20 प्रतिशत ही ब्रेन ऑक्सीजन का इस्तेमाल करता है इसलिए इसे ठीक से काम करने के लिए आयरन जरूरी है
- 18-21 ग्राम आयरन हर दिन बॉडी को चाहिए
शरीर में कितनी हो आयरन की मात्रा (एमजी प्रति दिन)
बच्चे (1-11 वर्ष) 13-15
टिनेजर (12-19 वर्ष) 17
पुरुष 19-21
महिला 17-19
प्रेग्नेंट महिला 15
इसका ध्यान रखें
- बिना डॉक्टर की सलाह के कभी भी आयरन सप्लीमेंट्स न लें। इससे डायरिया, उल्टी, दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
- जो आयरन सप्लीमेंट्स व्यस्क के लिए है उसे कभी भी बच्चों को न खिलाएं। अन्यथा बच्चे की जान तक जा सकती है।
- कभी भी खाली पेट में आयरन सप्लीमेंट्स न लें। हमेशा खाने के साथ लें। यह भी जरूरी है कि एक साल से ज्यादा सप्लीमेंट्स नहीं लेना चाहिए।
- एक साथ कई सप्लीमेंट्स नहीं लें। जैसे कैल्शियम के साथ आयरन भूल कर भी नहीं लें।
- वैसे विटामिन सी के साथ आयरन सप्लीमेंट्स लिया जा सकता है। जैसे डॉक्टर ऑरेंज जूस के साथ आयरन सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं।
इन खानों में है भरपूर आयरन….
पालक: सौ ग्राम पकाए गए पालक में 3.6 एमजी आयरन होता है जो कि हर दिन लिए जाने वाली मात्रा का 20 प्रतिशत होता है। पालक में भरपूर विटामिन सी भी होता है जो आयरन के घुलने में मदद करता है।
ब्रोकली: एक कप ब्रोकली में 1 एमजी आयरन होता है। इसमें भी विटामिन सी भरपूर होता है।
रेड मीट: 100 ग्राम रेड मीट में 2.7 ग्राम आयरन की मात्रा होती है। इससे प्रतिदिन लिए जाने वाले आयरन की मात्रा का 15 प्रतिशत पूरा हो जाता है।
मछली: मछलियों में आयरन की मात्रा अधिक होती है। जैसे सॉलमन मछली। इसमें कैल्शियम की मात्रा भी अधिक होती है।
बीन्स: किडनी बीन्स, सोया बीन्स, ब्लैक बीन्स आदि में आयरन की मात्रा अधिक होती है।
लौकी: इसके बीज में आयरन होता है। 28 ग्राम लौकी के बीज में 4.2 एमजी आयरन की मात्रा होती है।
अल्मोंड्स: इसमें आयरन होता है पर कैल्शियम अधिक होने से इसका लाभ नहीं मिलता।
डार्क चॉकलेट: 28 ग्राम डार्क चॉकलेट में 3.3 एमजी आयरन की मात्रा होती है।