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इंदौर….
मेडिकल कॉलेज में इस साल प्रवेश लेने वाले एमबीबीएस के छात्रों को 5-5 परिवारों को गोद लेना होगा। इनके स्वास्थ्य की देखरेख की जिम्मेदारी उन्हीं की होगी। पूरे पाठ्यक्रम के दौरान साढ़े पांच साल तक उन्हें उन परिवारों की सेहत से जुड़ी चीजों का ध्यान रखना होगा। एमजीएम मेडिकल कॉलेज MGM MEDICAL COLLEGE में एमबीबीएस की 250 सीट्स हैं। जुलाई से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसीलिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने सीएमएचओ को पत्र लिखा है ताकि ऐसे परिवारों को चिह्नित किया जा सके।
ग्रामीण क्षेत्रों के परिवारों को प्राथमिकता देंगे
गोद देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। शहरी बस्तियों के परिवारों को भी चिह्नित किया जाएगा। ऐसे कुल 1250 परिवार होंगे। उनके परिवार के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को देखने की जिम्मेदारी इन्हीं मेडिकल छात्रों की होगी। इसके लिए उन्हें अंक भी दिए जाएंगे। डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि हम स्वास्थ्य विभाग से ऐसे परिवारों की सूची मंगवा रहे हैं। इसके अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद भी ली जाएगी। आंगनवाड़ी के आसपास के परिवारों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जा सकता है। पीजी छात्रों के लिए पिछले साल तीन महीने जिला अस्पताल में काम करने का प्रावधान था। छात्रों को रोस्टर के हिसाब से जिला अस्पतालों में भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य संचालनालय से छात्रों को जिला अस्पताल आवंटन की सूची मिलती है।