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बच्चों के नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर से लेकर पौधरोपण और महिला व किशोरियों के स्वास्थ्य पर हुई चर्चा
- एनजीओ ईशान फाउंडेशन ने डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में पूरे पखवाड़े जारी रखे अभियान, स्वास्थ्य के साथ जोड़ा प्रकृति को भी
- 10 से अधिक चिकित्सकों ने किये नि:शुल्क परीक्षण और दिए परामर्श
- निशुल्क आयरन टॉनिक के वितरण के साथ विशेष परिस्थिति वाले बच्चों के उपचार के लिए भी बढ़ाये हाथ
- चिकित्सकों ने कहा- अधूरा पोषण, बिस्किट, ब्रेड व मोबाइल का अधिक उपयोग बना, आंगनवाड़ी के बच्चों में भी आंखों, दांतों व सम्पूर्ण स्वास्थ्य में समस्या का प्रमुख कारण
- आंगनवाड़ी के 100 से अधिक बच्चों की आंखों, दांतों और सम्पूर्ण स्वास्थ्य का हुआ परीक्षण
- पखवाड़े के समापन दिवस पर महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म सम्बन्धी स्वास्थ्य और सेहत की जानकारी दी गई
इंदौर….
- बच्चों के विकास की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है उनका स्वास्थ्य। बच्चों के जीवन के इसी पहलू को ध्यान में रखते हुए निजी सामाजिक संस्थान ईशान फाउंडेशन द्वारा डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में एक पखवाड़े के लिए विभिन्न आयोजन किये गए।
- इसके अंतर्गत 2 स्थानों, जनसेवा नगर व महादेव नगर बस्ती में आँगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए आंख, दाँत व संपूर्ण जांच के लिए निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाए गए।
- इसमें शहर के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश भाचावत, डॉ. रितेश पाटीदार व डॉ. आशुतोष पाराशर, चोइथराम नेत्रालय से डॉ. शिवती साहू, दंत चिकित्सा महाविद्यालय से डॉक्टर राहुल गनवदिया, डॉ. अंबर खान, डॉ. पकंज बंसोड़े, डॉ. प्रसन्न जैन, डॉ. अमर सावले, डॉ. जागृति व डॉ. गुंजन ने बच्चों की निशुल्क जांच की।
- बच्चों को आवश्यक सप्लीमेंट्स वितरित किये गए और बच्चों के वजन, लंबाई व शारीरिक परीक्षण के साथ टीकाकरण कार्यक्रम का भी निरीक्षण किया गया। परीक्षण में पाया गया कि ज्यादातर बच्चों में अधूरा पोषण तो एक समस्या है ही, लंबे समय तक मोबाइल पर गेम खेलना, डेंटल हाइजीन का ध्यान न रख पाना, निरंतर ब्रेड, बिस्किट व अन्य पैकेट वाले नाश्ते करने आदि की वजह से भी स्वास्थ्यगत समस्याएं जन्म ले रही हैं। 2-6 साल की उम्र तक के बच्चों में कमजोर नजर और दांतों में कैविटी की समस्या प्रमुखता से पाई गई।
- साथ ही अरिदमिया (असंतुलित धड़कन) व वन साइड पैरालिसिस जैसे केसेस भी सामने आए। विशेष स्थितियों वाले बच्चों को आगे के उपचार हेतु जिला अस्पताल सहित चोइथराम नेत्रालय व दंत चिकित्सा महाविद्यालय में भी निशुल्क उपचार की व्यवस्था हेतु मार्गदर्शित किया गया।
- पखवाड़े में आगे प्रकृति से बच्चों को जोड़ने के लिए पौधरोपण और महिलाओं व किशोरियों को स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी देने हेतु वर्कशॉप का आयोजन भी बीजलपुर व भीम नगर आंगनवाड़ियों में किया गया।
- बच्चों की जांच करने वाले चिकित्सकों ने माता पिता को भी मोबाइल का उपयोग कम करने , धूम्रपान और शराब से दूर रहने, शासकीय स्तर पर मिलने वाली निशुल्क सुविधाओं जैसे पोषक आहार व सप्लीमेंट्स आदि का उपयोग करने के बारे में सलाह दी।
- पखवाड़े के अंतर्गत बीजलपुर क्रमांक 2 आंगनवाड़ी में बच्चों को पौधारोपण के साथ प्रकृति से मित्रता के लिए प्रेरित किया गया… पखवाड़े का समापन भीम नगर आंगनवाड़ी में महिलाओं व किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म सम्बन्धी, स्वास्थ्य व स्वच्छता के बारे में जानकारी देने वाली वर्कशॉप के साथ हुआ।