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खरगोन….
खरगोन में पटवारी के ठिकानों पर लोकायुक्त के छापे में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। जांच के दौरान 4 मकान, 7 दुकान और कई जगहों पर जमीन होने के दस्तावेज मिले हैं। साढ़े चार लाख रुपए कैश और सोने-चांदी के जेवर भी मिले हैं। पटवारी ने अपनी दो बहनों के नाम भी जमीन खरीदी थी। अभी तक 1 करोड़ 71 लाख की संपत्ति का खुलासा हो चुका है। पटवारी ने 25 साल की नौकरी में 1 करोड़ 71 लाख की संपत्ति बनाई है।
जानकारी के मुताबिक पटवारी जितेंद्र सोलंकी गोगांवा तहसील में पांच साल से पदस्थ हैं। इंदौर लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार सुबह 5 बजे उसके चार ठिकानों पर दबिश दी। इनके खिलाफ शिकायत के आधार पर गोपनीय सत्यापन करवाया गया, जिसमें शिकायत सही पाई गई थी। उसके बाद आय से अधिक मामले पंजीबद्ध किया गया। फिर कार्रवाई की गई है।
जानकारी के मुताबिक लोकायुक्त टीम ने पटवारी के खरगोन में गौरीधाम कॉलोनी स्थित मकान सहित अन्य 4 जगहों पर भी दबिश दी। प्रारंभिक जांच में इंदौर के चंदन नगर में 6 दुकान व एक फ्लैट, खरगोन के राधा वल्लभ मार्केट में एक दुकान, ईश्वरी नगर में तीन मंजिला मकान, एक चार पहिया वाहन व दो टू व्हीलर, मूलथान और मोघन में कृषि भूमि के साथ गोगांवा में दुकान होने की जानकारी मिली है। लोकायुक्त टीम की खरगोन के मकान पर जांच दोपहर 12 बजे तक तक चली। इंदौर लोकायुक्त डीएसपी संतोष भदौरिया और प्रवीण बघेल के नेतृत्व में 22 सदस्यीय टीम पटवारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति को लेकर छानबीन कर रही है।
अब तक की कार्रवाई में ये खुलासा…
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण बघेल ने बताया कि पटवारी के पास आय से अधिक संपत्ति पाई गई है, जिसमें गौरीधाम में दो मंजिला मकान मिला। इस इंटीरियर लग्जरी है। इसके लगभग सभी कमरों में AC और साज-सज्जा के सारे सामान हैं। ईश्वरी नगर में 4 मंजिला मकान बनाया हुआ है, जिसे किराए से दिया हुआ है। इसके अतिरिक्त राधावल्लभ मार्केट में एक दुकान को वेरिफाई किया गया है।
डीएसपी के अनुसार पटवारी के पास उसके पैतृक गांव मूलथान में भी दो मकान हैं। एक मकान का निर्माण हो रहा है। वहां 11 एकड़ जमीन भी है। इंदौर में 6 छोटी दुकानें मिली हैं। इसके अलावा मोघन, महुमांडली और बिस्टान गांव में अपनी बहनों के नाम पर इन्वेस्ट किया है, इस बात की पुष्टि हुई है। इनके पास टाटा इंडिका कार और 2 दो पहिया वाहन हैं। इनके घर से करीब ढाई लाख रुपए के सोने की और 60 हजार की चांदी की ज्वैलरी मिली है। वहीं, लगभग साढ़े चार लाख रुपए के कैश मिला है।
25 साल पहले किया था जॉइन
डीएसपी ने बताया कि जितेंद्र की नौकरी की शुरुआत 1998 में हुई थी। इनका 25 साल का सेवा काल हो चुका है, जिसमें लगभग 60 लाख रुपए की आय वेतन से हुई है। वहीं, इनके पास से लगभग 1 करोड़ 71 लाख की संपत्ति का खुलासा हो चुका है। अभी खरगोन के गौरीधाम स्थित मकान के अलावा बाकी के ठिकानों पर जांच हो रही है।