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इंदौर….
इंदौर पुलिस ने अकेले टहलने वाले लोगों को लूटने के आरोपी फर्जी नागा साधु को गिरफ्तार किया है। वो साधु नहीं था, बल्कि भेष बनाकर घूमता था। गुजरात में घर पर छिपा था, जहां से पकड़कर इंदौर लाया गया है। क्राइम ब्रांच को आखिरी बार लोकेशन बड़नगर के पास मिली थी। टोल फुटेज के आधार पर पुलिस ने कार का पीछा किया और गुजरात पहुंच गई।
क्राइम ब्रांच ने आरोपी को एरोड्रम पुलिस को सौंप दिया है। उसने 1 महीने में तिलकनगर में 1, अन्नपूर्णा में 1 और एरोड्रम में 2 वारदात की थी। पीड़ितों में पुलिस अधिकारी, BSF के रिटायर्ड अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपी कार में काली फिल्म वाले कांच लगाकर रखता था, ताकि वारदात के बाद चलती कार में ही कपड़े पहन ले और पुलिस गुमराह हो जाए।
पुलिस ने बताया आरोपी किशन नाथ है। उम्र 28 साल है। वह नकली बाल, दाढ़ी के साथ भभूत लगाकर साधु के भेष में कार में घूमता था। कार उसका दोस्त चलाता था। सुनसान इलाके में किसी को अकेले घूमता देख पीछा करता। मौका पाकर रोकता और इशारे से कार के पास बुलाता।
वह खुद कार से नहीं उतरता। व्यक्ति को भूत-भविष्य के उटपटांग किस्से सुनाकर फंसाता। पीड़ित का ध्यान जैसे ही भटकता या आशीर्वाद लेने के लिए सिर झुकाता तो गले, हाथ से चेन छीन लेता या फिर चाकू अड़ाकर उतरवा लेता। वारदात कर कार से दोस्त के साथ फरार हो जाता था। उसके खिलाफ गुजरात में 11 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि वह टीवी पर रावण सीरियल भी देखता रहता था। उसमें रावण द्वारा सीता हरण का दृश्य देखकर सोचता था कि ऐसा तो मैं भी कर सकता हूं। उसके दिमाग में हमेशा यह बात रहती थी।
700 से ज्यादा कैमरे खंगाले, घर में ही मिला
इंदौर में दिनदहाड़े लगातार चेन स्नैचिंग की वारदात के बाद एडिशनल DCP राजेश दंडोतिया की क्राइम ब्रांच टीम ने मोर्चा संभाला। सुराग मिला कि आरोपी वारदात के लिए धार-झाबुआ के रास्ते आया था। दो घटनाओं में कार में साधु के भेष में होने का जिक्र पीड़ितों ने किया। पुलिस ने सबसे पहले कार ट्रेस करना शुरू की। सिलसिलेवार कार चेक की तो पाया गया कि सफेद रंग की छोटी कार से आए थे। पीड़ितों से पहले कार के वीडियो दिखाकर पहचान कराई।
पुलिस ने मध्य प्रदेश और गुजरात के 700 से ज्यादा कैमरों के फुटेज खंगाले। आरोपी की आखिरी लोकेशन बड़नगर के बाद गुजरात के खेड़ा में घर पर मिली। पुलिस ने पहले कैमरे से क्रॉस चेक किया। जब तसल्ली हो गई तो आरोपी के घर छापा मारा। किशन नाथ ने पूछताछ में कहा कि वह पहले भी ऐसे मामले में जेल जा चुका है। नागा साधु के साथी प्रकाश को लेकर पुलिस ने अभी कुछ खास जानकारी नहीं दी है। मुख्य आरोपी किशन के कब्जे से सोने की लॉकेट, कड़ा, घड़ी, अन्य आभूषण और इस्तेमाल हुई कार को जब्त कर लिया है।
आरोपी किशन नाथ ने अपने पूरे शरीर में टैटू गुदवा रखे हैं। बाएं हाथ पर हर-हर महादेव लिखवाया हुआ है। दाहिने हाथ पर क्रॉस का टैटू है। वो नकली दाढ़ी, लंबे बाल और भभूत भी अपने साथ रखता था। पुलिस को उसके पास वेशभूषा से जुड़े कई आइटम भी मिले।
तंत्र क्रिया के नाम से करता था वसूली या लूटपाट
किशन नाथ तंत्र-मंत्र की थोड़ी बहुत क्रियाएं जानता था। इंदौर में उसका मूवमेंट इस साल ही हुआ। इंदौर में रेडियो-वायरलेस के ASI के साथ उसने चेन स्नैचिंग की थी। इसके बाद BSF से रिटायर्ड टीआई चंद्रपाल सिंह तोमर को जाल में फंसाया था। तोमर मार्निंग वॉक पर निकले थे, तब सुपर कॉरडार तालाब के पास किशन नाथ ने आवाज देकर उनको रोका था।
किशन नाथ ने तोमर को अपनी बातों के झांसे में लिया। हाथ देखा और भविष्यवाणी करने लगा। फिर ललाट की तरफ देखकर कहा, आपके दो बच्चे हैं। बड़ा वाला थोड़ा चिड़चिड़ा है। छोटा वाला हमेशा खुश मिजाज रहता है। दोनों बेटे आपको खुश रखेंगे। अब आप मुझे 10 का नोट दे दो। उसे मैं अभिमंत्रित कर देता हूं।
नोट को अभिमंत्रित करने के बाद बोला इसे चुपचाप घर पर रख देना। किसी से बताना मत। तुम्हारी तबीयत ठीक रहेगी। इसके बाद अंगूठी मांगी। रिटायर्ड टीआई ने अंगूठी नहीं दी तो घड़ी और कड़ा मांगा। नहीं देने पर बातचीत के दौरान ही छीन कर कार से भाग गया। वे डरे सहमे घर पहुंचे। बाद में थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
शरीर पर नहीं रहते थे कपड़े, भागा तो कपड़े पहने नजर आया
चंद्रपाल सिंह तोमर (61) की शिकायत पर एरोड्रम थाना पुलिस ने 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। दोनों पर लूट की धारा लगाई गई थी। घटना 13 मार्च को छोटा बांगड़दा रोड सुपर कॉरिडोर के पास हुई थी। तब चंद्रपाल सिंह तोमर ने पुलिस को यह भी बताया था कि दोनों आरोपी सफेद कलर की कार में आए थे। उसमें एक नागा साधु के भेष में था। शरीर पर कपड़े नहीं थे। वह काला दुपट्टा और रुद्राक्ष की माला पहने हुए था।
आरोपियों ने इससे पहले, इंदौर में रेडियो-वायरलेस के एएसआई के साथ जब चेन स्नैचिंग कर भागे तब भी नागा साधु का ही क्लू मिला था।
आरोपी एरोड्रम से दिलीप नगर होते हुए हातोद, देपालपुर के रास्ते बड़नगर की तरफ गए। इसी रास्ते में पड़ने वाले टोल नाकों पर कार ट्रेस हुई। टोल से निकलने के पहले ही नागा साधु ने भेष बदल लिया। शरीर पर पूरे कपड़े पहन लिए और ड्राइवर प्रकाश को साइड में बैठाकर खुद कार ड्राइवर करने लगा। कार की नंबर प्लेट भी निकाल दी थी।