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लंदन….
5 लाख से ज्यादा लोगों पर रिसर्च
रिसर्च के दौरान बायो बैंक से यूके के 5 लाख से ज्यादा लोगों का डेटा खंगाला गया। इसमें ज्यादा कॉफी पीने वालों की तुलना और उनमें कैंसर के खतरे का मिलान दूसरे लोगों के डेटा से किया गया। इस रिसर्च के नतीजे क्लीनिकल न्यूट्रिशन जर्नल में प्रकाशित किए गए हैं।
कम गर्म चाय-कॉफी पीना भी खतरनाक
रिसर्च में यह नतीजे निकले कि ज्यादा कॉफी या चाय पीने वालों में एसोफेजल कैंसर (आहार नली में कैंसर) का खतरा 2.8 गुना ज्यादा है। स्टडी से पता चलता है कि जो लोग कम गर्म चाय या कॉफी पीते हैं उनमें कैंसर का खतरा 2.7 गुना होता है। जबकि, गर्म या ज्यादा गर्म चाय या कॉफी पीने वालों में ये जोखिम 5.5 गुना तक बढ़ जाता है।
रिसर्चर्स ने यह जानकारी इकट्ठा नहीं की कि प्रतिभागी दिन में कितनी मात्रा में कॉफी पी रहे थे। इसलिए कैंसर के खतरे से ड्रिंक की मात्रा का कोई संबंध है या नहीं, फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
मरीजों को हो सकती है ‘थर्मल इंजरी’
वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्म कॉफी या चाय पीने से सबसे पहले लोगों की भोजन नली ही जलती है, जिससे गले को नुकसान पहुंच सकता है। इससे यहां खतरनाक कैंसर सेल्स पनप सकते हैं। इस प्रोसेस को थर्मल इंजरी कहा जाता है। हालांकि, यह महज एक थ्योरी है और इसे अभी प्रूफ नहीं किया गया है। वैज्ञानिक इस पर रिसर्च कर रहे हैं।
#File Photo…. चित्र प्रतीकात्मक साभार….