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ग्वालियर….
ऑनलाइन ठगी करने वाले एक ठग का अन्य युवक के साथ बातचीत का AUDIO सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल AUDIO में ठग काफी बेखौफ नजर आ रहा है। जब वह कॉल रिसीव करने वाले को ठग नहीं सका तो बोला कि आप समझदार निकले अंकल, लेकिन आपको ऑफर देता हूं कोई तगड़ी पार्टी फंसा दो तो आपको भी कमीशन दे दूंगा। पर नंबर ऐसा देना कि उसके अकाउंट में खूब पैसा हो। इतना ही नहीं ठग कहता है कि वह हर दिन 10 से 20 लोगों को फंसा लेता है। यदि अकाउंट में एक करोड़ रुपए भी हैं तो वह निकाल लेगा। बस आप तो पार्टी फंसवा दो। जब कॉल रिसीव करने वाले ने कहा कि वह पत्रकार है तो कहता है कि अंकल आपके बेटे के समान हूं मेरी खबर तो नहीं छाप दोगे। अब यह AUDIO तेजी से वायरल हो रहा है। शहर के कांचमील निवासी रविन्द्र सिंह चौहान के पास दो दिन पहले एक ठग का कॉल आया। ठग ने खुद का परिचय डॉ. मनोज शर्मा के रूप में दिया और कहा पहचाना नहीं। अरे यार मेरा एक पेमेंट आना है, लेकिन फोन-पे में कुछ परेशानी आ रही है। मैं चाहता हूं कि आप के खाते में पेमेंट डलवा देता हूं। फिर मेरा अकाउंट शुरू हो जाएगा तो आप उसमें डलवा देना। पर रविन्द्र सिंह इस तरह के फ्रॉड कॉल को लेकर काफी अलर्ट थे। उन्होंने पहले दो से तीन बार कॉल करने वाले का परिचय पूछा। इसके बाद उसे हड़काया कि मैं पत्रकार हूं और आप जैसे लोगों की रोज खबर छापता हूं। इसके बाद बाद करने वाला बोला तो बेटा फोन रख दे।
ठग बोला-आप किसी को फंसवा दो कमीशन दूंगा
– इसके बाद बातचीत आगे बढ़ी तो ठग बोलता है कि अंकल आप तो शहर के कई लोगों को जानते होंगे। आप कोई अच्छी पार्टी हो तो फंसवा दो। मैं आपको आधा पैसा कमीशन में दे दूंगा। आपका भी फायदा हो जाएगा। इसके बाद कहता है कि 10 हजार रुपए ट्रांजेक्शन पर किसी का अकाउंट ही दिला दो आपका भी फायदा हो जाएगा।
ठीक है अंकल अब फोन रखता हूं धंधे का टाइम है
– जब रविन्द्र सिंह ठग से बातचीत करते रहे और ठग को लगा कि वह उसके मजे ले रहे हैं तो वह बोला कि अंकल आप भी खूब मजे ले रहे हो। मैं कल आपको फोन करता हूं किसी को फंसवा देना। अभी आपका भी काम का टाइम है और मेरे भी धंधे का टाइम है फिर बात करते हैं। हालांकि 24 घंटे से यह AUDIO सोशल मीडिया पर धूम मचाए हुए हैं। रविन्द्र समझदार थे इसलिए बच गए और हाेता तो फंस सकता था। मामले की शिकायत भी साइबर सेल में नहीं की गई है।
ऑनलाइन ठग और पत्रकार के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश
- ठग-हम तुम्हारे नंबर पर डलवा देते हैं, तुम हमारे नंबर पर डलवा देना
- पत्रकार- क्या
- ठग- मैं तुम्हारे वाले नंबर पर डलवा देते हैं, उसके बाद तुम हमारे नंबर पर डलवा देना
- पत्रकार-आप कौन बोल रहे है समझ में नहीं आया
- ठग-मैं डॉक्टर साहब बात कर रहा हूं।
- पत्रकार-कहा से
- ठग- मैं मनोज सर बात कर रहा हूं
- पत्रकार-पहचाना नहीं मैंने
- ठग-मेल आईसी कंपनी से
- पत्रकार-किस शहर से बाेल रहे हैं
- ठग-भोपाल से
- पत्रकार-कौन सा नंबर है। यही है जिस पर आपने फोन लगाया है
- ठग-मैं इस पर करवा देता हूं। मेरा बन जाएगा तो आप इस पर करवा दीजिएगा।
- ठग-आपको अपना बैंक बैलेंस तो मालूम हैं ना, चैक करवा लेना।
- पत्रकार-साढ़े चार लाख रुपए हैं।
- ठग-मैं उसमें करवा देता हूं
- पत्रकार-थोड़ा अपना नाम तो बता देता
- ठग-मैं मनोज बोल रहा हूं।
- पत्रकार-मैं भी आप जैसे लोगों की खबरें अखबार में अच्छी तरह से छापता रहता हूं। मैं पत्रकार रविंद्र चौहान बोल रहा हूं।
- ठग-चलों बेटा कोई बात नहीं, आप की भी अंकल से बात हो रही है
- पत्रकार-दिनभर में आप कितने ग्राहकों को फंसा लेते हैं
- ठग-20-25 लोगों को रोज फंसा लेता हूं।
- पत्रकार-मेरा इसी नंबर पर फोन पे चलता हैं लेकिन उसमें 100-150 रुपए ही हैं।…
- ठग-आपकी नजर में कोई पार्टी हो तो नंबर बगैर दे दीजिए। कोई अच्छी सी पार्टी का नंबर देना जिसको खाने में मजा आए। जिसमें एक-दो लाख हो। इसमें आपको भी 50 हजार तक दे देंगे।