न्यूज़ सुनें....
|
मंत्रालय ने रेलवे को घाटे में जाने का कारण बताकर योजना को किया निरस्त
बड़वानी…. *आदित्य शर्मा की रिपोर्ट*
निमाड़ में रेल आने का इंतजार पिछले 70 सालों से हो रहा है, लेकिन अब तक इस ओर किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया है। रेल लाइन के लिए लंबे समय से प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अब तक निमाड़वासियों का यह सपना पूरा नहीं हो सका है। अब एक बार फिर निमाड़ में रेल लाइन की मांग जोर पकड़ने लगी है। इसके लिए जनजागरण शुरू किया जाएगा। शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर ताप्ती-नर्मदा रेल लाइन समिति की बड़वानी इकाई की बैठक हुई, जिसमें रेल लाइन को लेकर चर्चा की गई। रेल लाइन समिति के अध्यक्ष सुभाष जोशी की उपस्थिति में हुई इस बैठक में सभी ने एक स्वर में कहा कि अब सर्वे नहीं, रेल लाइन की स्वीकृति चाहिए। रेल की स्वीकृति के लिए जनजागरण किया जाएगा। ताप्ती-नर्मदा रेल लाइन समिति के अध्यक्ष सुभाष जोशी ने बताया कि बैठक में समिति के आगामी कार्यक्रम व जनजागरण के विस्तार को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि पिछले 70 वर्षों से निमाड़ को रेलवे से वंचित रखा गया है। रेल लाइन के लिए विभिन्न संगठन समिति बनाकर सरकार के समक्ष अपनी मांग रखते आ रहे हैं, बावजूद इसके किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि अब मंत्रालय ने रेलवे को घाटे में जाने का कारण बताकर योजना को निरस्त कर दिया है, लेकिन इस रेल लाइन के लिए प्रयास जारी रहेंगे।
*लंबे समय से प्रयासरत है दोनों सांसद*
निमाड़ में रेल लाइन के लिए खरगोन-बड़वानी लोकसभा सांसद गजेंद्रसिंह पटेल तथा राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी लगातार प्रयासरत है। उनके द्वारा कई बार लोकसभा व राज्यसभा में प्रश्न लगाए गए हैं। मंत्रालय ने रेलवे को घाटे में जाने का कारण बताकर योजना को निरस्त कर दिया है। समिति के संजय गुप्ता ने बताया कि बड़वानी में रेल लाइन और उद्योग होंगे तो इससे समग्र विकास होगा। साथ ही बड़ी मात्रा में हो रहे पलायन पर भी रोक लगेगी।
*सरकार के ध्यान के लिए होगा जनजागरण*
पिछले कई वर्षों से निमाड़ में रेल आने का सपना देख रहे निमाड़वासियों के इस सपने को पूरा करने के लिए एक बार फिर बड़े स्तर पर प्रयास करने की तैयारी की जा रही है। ताप्ती-नर्मदा रेल लाइन समिति इसके लिए जनजागरण कर सरकार का इस ओर ध्यान आकर्षित कराएगी। समिति ने बताया कि सरकार का ध्यान आकर्षण करने के लिए जनजागरण के माध्यम से जन आंदोलन तैयार कर जनता की बात सरकार तक पहुंचाई जाएगी।
इसे लेकर आयोजित बैठक में उपाध्यक्ष राजपाल भार्गव, उपाध्यक्ष राकेश मकवाने, सचिव बालसिंह सस्ते, सहसचिव कैलाश वास्कले, सह कोषाध्यक्ष बर्मा सोलंकी, सदस्य देवेंद्र सांबले, गजेंद्र सोनाने, देवेंद्र शिमले, लालू वास्कले, राजेश वर्मा, लोकेश नरगांवे, सोहन रावत, विजय मेहरा, मनोहर वास्कले सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।