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भोपाल….
मध्यप्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी को अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा। मंच पर भाषण देते समय एक युवक ने उन्हें टोक दिया। उनसे कहा- मुद्दे की बात कीजिए। यह सुनने के लिए हम यहां नहीं आए हैं। यही नहीं, भाषण देते समय मौजूद लोगों ने भी शोर मचाया। फिर भी मंत्री भाषण देते रहे।
भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर रविवार को मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी-कर्मचारी संघ (अजाक्स) का महाअधिवेशन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी व जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट भी पहुंचे थे। इसके अलावा, प्रांताध्यक्ष जेएन कंसोटिया, अजाक्स के प्रदेश महासचिव एसएल सूर्यवंशी और संत बालयोगी उमेशनाथ महाराज भी मौजूद रहे।
मंत्री भाषण देते रहे, लोग शोर मचाते रहे
डॉ. प्रभुराम चौधरी के संबोधन की बारी आई तो वे सरकार की उपलब्धियां गिनाने लगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक लाख नौकरियां दी हैं। मंच पर स्वास्थ्य मंत्री भाषण देते रहे, इधर जनता भी शोर मचाने लगी। इसी बीच, एक युवक मंच पर आया। बोला- मुद्दे पर बात करिए, हमें भी पता है कि बीजेपी सरकार क्या कर रही है? हम इसलिए यहां नहीं आए हैं। ये सुनकर प्रभुराम चौधरी ने युवक को देखकर कहा कि हम मुद्दे की ही बात कर रहे हैं। हालांकि कुछ देर बाद मंत्री तुलसी सिलावट ने मंच पर आकर कहा कि हम भी संविधान को मानने वाले हैं। हमारा मन था कि हम लोग यहां आएं। आपकी मांगों को सरकार के समक्ष रखें।
विचाराधीन मांगों को सीएम के सामने रखेंगे
डॉ. प्रभुराम चौधरी ने महाधिवेशन में कहा कि अजाक्स संगठन देश का ऐसा पहला संगठन है, जो अपनी बात संविधान के अनुरूप अहिंसात्मक रूप से करता है। यही कारण है कि अजाक्स देश भर में आरक्षित वर्ग की पहल करने वाला प्रमुख संगठन बन गया है। सम्मेलन में आए विचारों और विचाराधीन मांगों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराएंगे। इन्हें निराकरण कराने का प्रयास करेंगे। मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि हम खुद साथ चलकर मुख्यमंत्री के सामने आपकी मांगें रखेंगे।
कुरीतियों पर काम करना जरूरी
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रांताध्यक्ष जेएन कंसोटिया ने कहा कि अजाक्स द्वारा उठाई गई बुनियादी मांगें सरकार द्वारा पूरा किया जाना चाहिए। इन मांगों को मुख्यमंत्री ने समर्थन दिया है। उम्मीद है कि महाधिवेशन के बाद मांगों का निराकरण किया जाएगा। हमको समाज में व्याप्त कुरीतियों-नशाखोरी, फिजूलखर्ची, अशिक्षा जैसे मुद्दों पर सकारात्मक रूप से काम करना होगा।
ये हैं 26 मांगें
अजाक्स नवीन पदोन्नति नियम शीघ्र लागू करने, SC-ST और पिछड़े वर्गों के रिक्त बैकलॉग पदों पर भर्ती, छात्र-छात्राओं को समय पर छात्रवृत्ति देने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, आरक्षण अनुसार पीएससी पास अतिथि विद्वानों को नियमित करने समेत 26 मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।