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इंदौर….
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने इंदौर के सांवेर रोड पर टी ब्रेक के दौरान साइकिल चलाई। ये साइकिल अमोल वाधवानी की है। अमोल साइकिल राइडर हैं। उन्होंने इंदौर शहर की सड़कों पर साइकिलिंग करके भारत का नक्शा बनाया। वे जब राहुल गांधी से मिले तो उनके इंदौर के मैप पर बनाए गए भारत के नक्शे में यात्रा का रूट हाईलाइट किया। राहुल ने इस नक्शे पर ऑटोग्राफ भी दिया। अमोल के साथ बादाम भी खाई।
राहुल गांधी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी मेरी इमेज खराब करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के तहत इंदौर में थे, जहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवालों के जवाब दिए। राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे घमासान पर उन्होंने कहा कि ये दोनों नेता हमारे एसेट हैं। मैं इस बात की गारंटी दे सकता हूं कि राजस्थान में इसका भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। संवाददाता ने सवाल किया कि मध्यप्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में 58 सीटें बढ़ीं और वोट परसेंट भी बढ़ा। भारत जोड़ो यात्रा से एक मोमेंट दिख रहा है। इसे बरकरार रखने के बारे में क्या सोचते हैं? राहुल बोले- मैं नंबरों पर भरोसा नहीं करता।
राहुल गांधी ने कई मुद्दों पर पूछे गए सवालों के जवाब खुलकर दिए-
‘बीजेपी ने मेरी इमेज खराब करने में करोड़ों रुपए लगाए’
राहुल गांधी ने खुद पर हो रहे निजी हमलों के सवाल के जवाब में कहा- भाजपा की दिक्कत है कि उन्होंने हजारों करोड़ रुपए मेरी इमेज को खराब करने में लगा दिए और मेरी इमेज बना दी, लेकिन ये मेरे लिए फायदेमंद रहा। सच्चाई को छुपाया नहीं जा सकता। अगर आप किसी बड़ी शक्ति से लड़ रहे हो तो निजी हमले होंगे। अगर मुझ पर ये हमले हो रहे हैं तो मुझे लगता है कि मैं सही काम कर रहा हूं। ये एक प्रकार से मेरा गुरू है। ये मुझे सिखाता है कि मुझे इधर जाना है, उधर नहीं जाना। लड़ाई क्या है, लड़ाई जो आपके सामने खड़ा है, लड़ाई उसकी सोच को गहराई से समझने की है। मैं धीरे धीरे आरएसएस और भाजपा की सोच को अच्छे से समझने लगा हूं।
कांग्रेस छोड़ने वालों पर ये बोले….
मीडिया ने राहुल गांधी से सवाल किया – जिन लोगों ने कांग्रेस की सरकार गिराई, क्या उनके लिए दरवाजे खुले हैं। इस सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि इस बारे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मध्यप्रदेश कांग्रेस से सवाल करना चाहिए। बाकी मेरा मानना है कि जो लोग पैसों से खरीदे गए हैं, उन पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
गहलोत और पायलट को बताया पार्टी का एसेट
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और युवा नेता सचिन पायलट के बीच चल रहे घमासान के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि ये दोनों नेता हमारी पार्टी के एसेट हैं। मैं इसमें नहीं जाना चाहता कि किसने क्या कहा, लेकिन मैं आपको इस बात की गारंटी देना चाहता हूं कि इसका भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं होगा।
अमेठी से चुनाव लड़ने के सवाल पर ये बोले….
क्या आप फिर से अमेठी से चुनाव लड़ेंगे? इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा- ये सब भारत जोड़ो यात्रा के मुख्य विचार से भटकाने वाली बातें है। आप कल के अखबार में ये लिखना चाहते है कि राहुल गांधी अमेठी से लड़ेंगे या राहुल गांधी नहीं लड़ेंगे। इसका उत्तर आपको एक से डेढ़ साल बाद ही मिलेगा। अभी मेरा ध्यान भारत जोड़ो यात्रा पर है।
‘तीन-चार लोगों के हाथ में हिंदुस्तान का पूरा धन दे दिया’
बेरोजगारी के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण है, तीन-चार लोगों के हाथ में हिंदुस्तान का पूरा धन दे दिया है। वे हर क्षेत्र में एकाधिकार करते जा रहे हैं। टेलीकॉम, रिटेल, इंफ्रास्ट्रक्चर बाकी सब। इससे स्मॉल स्केल और मीडियम बिजनेस वालों की ग्रोथ रुक गई है। इसलिए जो ग्रोथ पोटेंशियल देते हैं, उस पर ध्यान देना जरूरी है। जो इस देश की नींव है, जो किसान हैं, उन्हें छोड़ दिया है। उनको कोई सहायता नहीं है, उनको बीज, खाद, बीमा कुछ नहीं मिल रहा। आंख मूंदकर निजीकरण हो रहा है। कॉलेज, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, सब जगह। हम चाहते हैं कि स्कूल और अस्पताल सरकार की जिम्मेदारी है। मैन स्कूल और हेल्थ केयर सरकार को देखना चाहिए।
सबसे सुखद क्षण के बारे में पूछने पर ये बोले
एक नहीं कह सकता, बहुत सारे क्षण हैं। ऐसी यात्रा मैंने पहले कभी नहीं की थी। शुरुआती 5-10 दिन बाद पता चलता है कि हजारों किमी चलना है। मेरे घुटने और पैरों में दर्द होने लगा, पुराना दर्द उभर आया। फिर डर लगा कि इतना चल पाऊंगा कि नहीं। फिर धीरे-धीरे डर खत्म हो गया। ऐसी चीजें अच्छी लगती हैं। उस चीज पर आपने जीत पा ली, जिससे आप डर रहे थे।
एक छोटी सी लड़की आई, वो मेरे पास नहीं आ रही थी, वो थोड़ा दूर चल रही थी। उसने एक चिट्ठी दी और कहा इसे आप बाद में पढ़ना। थोड़ी देर बाद मैंने चिट्ठी को देखा, उसमें लिखा था, आप ये मत सोचो कि आप अकेले चल रहे हो, मेरे माता-पिता आपके साथ चलने की इजाजत नहीं दे रहे हैं, फिर भी आप सोचो कि मैं आपके साथ चल रही हूं।