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इंदौर….
इंदौर में हास्य कवि सम्मेलन बजरबट्टू में हर बार की तरह भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अलग वेशभूषा में नजर आए। इस बार वे कॉमिक्स के मशहूर किरदार ‘चाचा चौधरी’ बने। वहीं पूर्व विधायक और भाजपा नेता जीतू जिराती ‘साबू’ के लुक में नजर आए। हिन्द मालवा संस्था ने रंगपंचमी की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें देशभर के कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। कवि सम्मेलन से पहले शोभायात्रा निकाली गई। इसमें हजारों लोग शामिल हुए।
चाचा चौधरी वाले लुक के बारे में विजयवर्गीय ने कहा कि इस बार ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग के किरदार में हूं। जिसके पास अनुभव की पूंजी है। बुजुर्गों को सम्मान देने के लिए मैंने यह किरदार निभाया। मेरे साथ साबू के रूप में जीतू जिराती भी हैं।
विजयवर्गीय बोले-गांवों में सबसे ज्यादा टैलेंट
उन्होंने कहा-शहर के लोग गांव वालों को कम करके आंकते हैं। उनको लगता है कि ये तो मूर्ख हैं, येड़े हैं। वास्तव में गांवों में ही सबसे ज्यादा टैलेंट है। भारतीय क्रिकेट टीम को आप देखें तो आधे से ज्यादा नौजवान ग्रामीण क्षेत्र से ही हैं। मैं और जीतू भाई ये जो किरदार अदा कर रहे हैं, वो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों और बुजुर्गों को सम्मान देने के लिए ही कर रहे हैं। आज भले ही हम कंप्यूटर युग में हैं, लेकिन हमारे पास बुजुर्गों वाला अनुभव नहीं है।
कवियों ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया
शोभायात्रा मल्हारगंज में खत्म होने के बाद यहां बजरबट्टू कवि सम्मेलन शुरू हुआ। राष्ट्रीय कवि सत्यनारायण सत्तन सहित युवा कवियों ने अपनी कविताएं सुनाई। शुरू में युवा कवियों ने अपनी कविता में जहां पाकिस्तान व चीन व विदेशियों पर तीखे प्रहार कर भारत खासकर गांवों का कद बताया तो अन्य कवियों ने भी श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। इस दौरान खूब हंसी-ठिठोली हुई। सम्मेलन में डॉ. विष्णु सक्सेना (अलीगढ़), जॉनी बैरागी राजोद, दिनेश देशी घी बेरछा, योगिता चौहान इटावा, दीपक पारिक (भीलवाडा), अर्जुन अल्हड़ (कोटा) और सुक्रवार शशिकांत ‘शशि’ शामिल को सुनने के लिए श्रोताओं ने लम्बा इंतजार किया।
कोटा से कवि ने गांव के कवि सम्मेलन पर सुनाई कविता
सबसे पहले कोटा से आए कवि अर्जुन अल्हड ने कहा आप को देखकर लगता है कि आप सब मेरे माजने के है। उन्होंने कविता शुरू की… एक कवि के गांव में कवि सम्मेलन था। उसने गांववालों पर इम्प्रेशन झाड़ने के लिए कहा कि इसका बेस बढ़ाओ, माइक बुलाओ, साउंड बढ़ाओ, ठीक करो, ये करो वो करो.. इतना सुनकर माइक वाले का दिमाग खराब हो गया। उसने ऐसा माइक सेट किया 15 मिनट में कवि का गला खराब हो गया। गला खराब तो परफारमेंस खराब।
कवि रात 12 बजे घर पहुंचे और जाकर दरवाजा बजाया और कहा कि मैं आया गया। इस पर अंदर से आवाज आई कि दरवाजा खुला है आप तो आ जाओ, सोनू के पापा तो कवि सम्मेलन में गए हैं, सुबह तक…। फिर कहा अब आप बेस सेट करो…। इस पर खूब ठहाके लगे। इसके बाद उन्होंने अगली कविताओं में भी श्रोताओं को खूब हंसाया।
काकाजी को उतनी अंग्रेजी आती नहीं जितनी सोनियाजी को हिन्दी
दूसरे नंबर पर कवि दीपक पारिक (भीलवाड़ा) ने भी अपनी कविताओं से खूब दाद बटोरी। उन्होंने शहीद भगतसिंह व चंद्रशेखर आजाद की शहादत को शब्दों में खूब पिरोया और तालियों की जमकर गड़गड़ाहट हुई। उन्होंने कहा मेरे गांव में एक अंग्रेज गया। उसने वहां दीवारों पर गाय का कंडा देखा को कन्फ्यूज हो गया। वो बोला पोलैंड में कंडे होते ही नहीं है। पास में काकाजी बीड़ी पी रहे थे, अंग्रेज ने उनसे पूछा कि ए ओल्ड मेन व्हाट इस दिज, काकाजी को उतनी अंग्रेजी आती नहीं जितनी सोनियाजी को हिन्दी, वे बोले दिज इज कंडा।
अंग्रेज बोला व्हाट कंडा। काकाजी बोले मैन्युफेक्चरिंग बाय कॉउज, हॉउ कॉउ डीड ऑन वाल, दिज इज थापा। अंग्रेज बोला व्हाट थापा? उसने तीन बार पूछा कि व्हाट थापा? इस पर काकाजी ने अंग्रेज को तीन थप्पड़ मारे और कहा दिज इज थापा। इतना कहते ही काफी देर तक ठहाके लगते रहे।
बजरबट्टू सम्मेलन के पहले निकली शोभायात्रा
इंदौर में शनिवार को हिन्द मालवा अ.भा बजरबट्टू सम्मेलन को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया। शनिवार रात को सम्मेलन के पूर्व सेठ चुन्नीलाल धर्मशाला खजूरी बाजार से भव्य शोभायात्रा की शुरुआत हुई। लोगों को इंतजार था कि भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय इस बार किस रूप में नजर आएंगे। चाचा चौधरी बनकर आए विजयवर्गीय का लुक देख दर्शक खासे रोमांचित हुए। वहीं भाजपा नेता जीतू जिराती ‘साबू’ के रूप में सबके सामने आए।