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Isabgol husk has the treatment of stomach....
इसबगोल सिर्फ कब्ज को दूर नहीं करता, बल्कि और भी कई तकलीफों में रामबाण है। दिल्ली के पंचकर्म अस्पताल के आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. आर पी पराशर बता रहे हैं कैसे अपच, डायरिया या कब्ज जैसी पेट की समस्याओं का इलाज इसबगोल से किया जाता है।
क्या है इसबगोल?
इसबगोल को सीलियम हस्क के नाम से भी जाना जाता है। यह एक फाइबर है जो कब्ज के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले घरेलू उपचारों में से एक है। यह वजन घटाने में कारगर है, क्योंकि यह न सिर्फ पेट भरा होने का एहसास कराता है, बल्कि ओवरइटिंग से भी रोकता है। शुगर के मरीजों के लिए भी इसबगोल काफी अच्छा है। यह ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाता है। बवासीर की सबसे बड़ी वजह है कब्ज, इसबगोल यहां भी कारगर है। साथ ही अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण बवासीर में होने वाली सूजन को भी कम करता है। इसबगोल की भूसी को सोने से पहले गर्म दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है। कब्ज ही नहीं हाई कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी मदद करता है। लेकिन इसबगोल अत्यधिक लेने से बचना चाहिए, इससे पेट में दर्द, दस्त आदि दिक्कतें हो सकती हैं।
इसबगोल के फायदे
इसबगोल के अनेक फायदे हैं इसलिए इसे कई रोगों में दवा के रूप में भी उपयोग करने की सलाह दी जाती है। आइए, जानते हैं इसके लाजवाब फायदे-
कब्ज में राहत
इसबगोल कब्ज को कंट्रोल करने में फायदेमंद है। इसमें फाइबर की मात्रा भरपूर होती है। इसबगोल में पानी को सोखने और बनाए रखने की क्षमता भी होती है। यह पेट साफ करने की प्रक्रिया को आसान बनाता है। इसबगोल को पानी, दही या दूध के साथ खाया जा सकता है।
बवासीर में फायदेमंद
बवासीर के इलाज में इसबगोल फायदेमंद होता है। बवासीर पुरानी कब्ज के कारण होता है। इसबगोल फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है। यह पानी को सोखने और बनाए रखने में मदद करता है। इससे मल त्यागने में मदद मिलती है। इस प्रकार, इसबगोल पुरानी कब्ज का प्रबंधन करता है जिससे बवासीर हो सकता है। यह बवासीर से जुड़े जमाव और ब्लीडिंग को भी कम करता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल पर लगाम
इसबगोल में हाइपोक्लोरेमिक नामक तत्व होता है जो कोलेस्ट्रॉल मैनेज करने में मदद करता है। एनसीबीआई द्वारा इसबगोल के फायदे पर किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, छह हफ्ते तक रोजाना इसबगोल का सेवन कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में मदद कर सकता है।
मोटापा कम करे
यह वजन घटाने के लिए एक प्राकृतिक इलाज के रूप में काम करता है, क्योंकि यह भूख को कंट्रोल कर सकता है। पेट भरा महसूस होने के कारण खुराक कम हो जाती है और वेट आसानी से मैनेज होने लगता है।
लूज मोशन से राहत
इसबगोल दस्त कंट्रोल करने में फायदेमंद है। यह कैल्शियम और आयरन चैनलों को बंद करता है जिससे बॉडी में इनकी मात्रा बनी रहे। इतना ही नहीं, इसमें डायरिया रोकने के गुण भी हैं। इसबगोल डाइजेस्टिव सिस्टम में पानी की मात्रा कम करके दस्त को कंट्रोल करने में मदद करता है।
अल्सरेटिव कोलाइटिस में कारगर
इसबगोल वात और पित्त को बैलेंस करने के अपने गुण के कारण आंत के सूजन के मामले में मदद करता है। इसबगोल बॉडी में फाइबर की कमी को दूर करता है। बॉडी में मौजूद ज्यादा पानी का इस्तेमाल कर कब्ज हटाकर पेट साफ करने में मदद करता है।
कैसे करें इस्तेमाल
- कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए 230-235 ml पानी के साथ रोजाना 10-20 ग्राम इसबगोल का सेवन करें। इसबगोल की भूसी को पानी, दूध या दही के साथ भी लिया जा सकता है।
- वेट लॉस के लिए गर्म पानी और ½ नींबू के साथ इसका सेवन करें। एक से तीन खुराक में 8-11 ग्राम को 150 मिली पानी के साथ लेने से लाभ होता है।
- दस्त होने पर इसबगोल को दही के साथ लें।
- 1-2 चम्मच इसबगोल की भूसी का पाउडर लें। 1 गिलास गुनगुने पानी में मिलाएं। इसे रात को सोने से पहले लें। डाइजेशन बेहतर रखने के लिए यह कारगर है।
इसबगोल के नुकसान
हद से ज्यादा इसबगोल का सेवन किया जा रहा है, तो यह बॉडी के लिए पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जा रहा है, तो यह पेट में जाकर फूल जाता है जिससे पेट में गैस बनना, पेट दर्द, गंभीर दस्त, उल्टी और जी मिचलाना जैसे लक्षण हो सकते हैं। अगर पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है या फिर कोई दवा ले रहे हैं, तो ऐसे में इसबगोल का सेवन करने पर कुछ स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। कुछ लोगों को इसबगोल से एलर्जी हो सकती है और उनके शरीर में इसके संपर्क में आने पर एलर्जिक रिएक्शन पैदा हो सकता है। ऐसी स्थितियों पर विचार करके इसबगोल का सेवन करने से पहले डॉक्टर से बात करने की सलाह दी जाती है।
डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।