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दिग्विजय सिंह ने प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से सवाल किया है कि मोदी प्रसंग किस धार्मिक ग्रंथ का अंग है? दिग्विजय ने मिश्रा से पूछा कि वह कथा कर रहे हैं या नरेन्द्र मोदी का प्रचार?
भोपाल….
सीहोर के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा व्यास गादी से कथा के दौरान राजनीति से जुड़े बयानों को लेकर चर्चा में हैं। उनके एक बयान पर अब मध्यप्रदेश के पूर्व CM और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है। दिग्विजय सिंह ने 11 महीने पुराना VIDEO सोशल मीडिया पर जारी कर सवाल खड़े किए। इस VIDEO में पं. मिश्रा कह रहे हैं- मोदी हैं, तो हिंदू है। वो नहीं होगा, तो रोओगे। ले-देकर लोग मोदी के पीछे पड़े रहते हैं।
दिग्जिवय सिंह ने ट्वीट में पं. मिश्रा के लिए लिखा- माननीय मशहूर कथावाचक प्रदीप मिश्रा जी से बड़ी विनम्रता से पूछना चाहता हूं कि मोदी प्रसंग हमारे किस धार्मिक ग्रंथ का अंग है? आप कह रहे हैं कि मोदी है, तो हिंदू है। क्या हिंदुओं का अस्तित्व मोदीजी के जन्म लेने के बाद हुआ है? सनातन धर्म, जिसे अब हिंदू धर्म भी कहा जाता है, हजारों साल पुराना है। अनंत है। आपके यह वचन हमारे सनातन धर्म, उसकी मान्यता, परंपरा, संस्कार और संस्कृति के विरुद्ध है। आप धार्मिक कथा कह रहे हैं या मोदीजी का प्रचार कर रहे हैं?
दिग्विजय पर नरोत्तम मिश्रा का हमला
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- यह दिग्विजय सिंह वही हैं, जो जाकिर नायक को शांतिदूत कहते हैं। कांग्रेस नेता आचार्य कृष्णन ने दिग्विजय सिंह को संत की उपाधि दी थी। तब दिग्विजय सिंह नहीं बोले थे। तब मुस्कुराकर रह गए थे। हिंदू साधु-संतों को अपमानित करने का कोई अवसर अगर दिग्विजय सिंह ने छोड़ा हो तो बताएं। मोदी रामजन्म भूमि का शिलान्यास कर रहे थे, उसकी तारीख पर सवाल उठा दिए थे। ज्योतिषी बन गए थे। मोदी हिंदू हृदय सम्राट हैं। कोई संत उनकी तारीफ करता है तो दिग्विजय सिंह को पीड़ा हो जाती है। यही दिग्विजय सिंहजी की पीड़ा है, पूरी कांग्रेस घर बैठा दी। 10 साल में एक नेताप्रतिपक्ष कांग्रेस नहीं चुन पाई। इसलिए तो उन्हें कांग्रेस जोड़ो अभियान पर निकाला है।
कौन हैं पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले
मध्यप्रदेश के सीहोर के रहने वाले प्रदीप मिश्रा अपने अपने नाम के साथ प्रदीप मिश्रा सीहोरवाले लगाते हैं। बताया जाता है कि सोशल मीडिया पर उनकी काफी फैन फॉलोविंग है। यूट्यूब पर उनके लाखों फॉलोवर्स हैं। उनके भक्तों में प्रदेश के कई बड़े नेताओं और मंत्रियों का नाम भी शुमार हैं। महाशिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित होने पर जबर्दस्त सियासी हलचल मची। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पंडित प्रदीप मिश्रा के चरणों में नतमस्तक हुए। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी ही सरकार को घेर लिया। पंडित मिश्रा पिछले कुछ महीनों से अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं।