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मंदसौर….
मंदसौर जिला पंचायत चुनाव रोचक स्थिति में पहुच गया है । यहां दोनों ही दलों की स्थिति बराबरी के आंकड़ों पर आ कर टिक गई है । खास बात यह है कि कांग्रेस के पास उम्मीदवार ही नही हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पिछड़ा वर्ग महिला का आरक्षण तय हुआ है । जिले के 17 सीटों पर 8 वार्डों में भाजपा तो 8 में कांग्रेस का कब्जा हुआ । जबकि एक वार्ड से बीजेपी के बागी उम्मीदवार के तौर पर निर्दलीय चुनाव जीतकर बसंतीलाल मालवीय ने कब्जा किया है ।
एक पेंच यह भी
मतगणना के बाद जिला पंचायत की स्थिति साफ है लेकिन वार्ड नंबर 8 पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही जीत का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष नवकृष्ण पाटिल ने बताया की वार्ड 8 से कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। हालांकि इस दावे का उनके पास कोई आधार नही है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन द्वारा घोषित परिणाम पर ही वे भरोसा करेंगे। वार्ड क्रमांक 8 में कांग्रेस गंगाबाई कुमावत की जीत का दावा कर रही है जबकि भाजपा ने सोहनबाई धाकड़ की जीत का दावा किया है।
कांग्रेस का दायरा बढ़ा बीजेपी का टूटा
इस बार जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस को 5 सीटों का फायदा मिला है । 2017 के चुनाव में कांग्रेस के खाते में जिला पंचायत की 3 सीटें आई थीं। वही भाजपा की 12 सीटें आई थी जबकि 2 पर निर्दलीय को जीत मिली थी । इस बार कांग्रेस को 5 सीटों का फायदा मिला है जबकि भाजपा को 4 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है।
कांग्रेस के पास आरक्षित वर्ग का प्रत्याशी नहीं भाजपा के 3 दावेदार
उधर जोड़तोड़ कर कांग्रेस अध्यक्ष सीट हथिया भी ले तो कांग्रेस के पास आरक्षण की स्थिति में प्रत्याशी नहीं है । इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए पिछड़ा महिला का आरक्षण हुआ है । कांग्रेस में इस पद के लिए एक भी कैंडिडेट नहीं है। जबकि भाजपा के पास 6 कैंडिडेट है। इनमें अध्यक्ष पद के खास दावेदार निर्मला नरेंद्र पाटीदार, दुर्गा विजय पाटीदार और मानुप्रिया विनीत यादव हैं।
मतगणना के बाद जिला पंचायत की स्थिति साफ है लेकिन वार्ड नंबर 8 पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही जीत का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष नवकृष्ण पाटिल ने बताया की वार्ड 8 से कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। हालांकि इस दावे का उनके पास कोई आधार नही है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन द्वारा घोषित परिणाम पर ही वे भरोसा करेंगे। वार्ड क्रमांक 8 में कांग्रेस गंगाबाई कुमावत की जीत का दावा कर रही है जबकि भाजपा ने सोहनबाई धाकड़ की जीत का दावा किया है।
कांग्रेस का दायरा बढ़ा बीजेपी का टूटा
इस बार जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस को 5 सीटों का फायदा मिला है । 2017 के चुनाव में कांग्रेस के खाते में जिला पंचायत की 3 सीटें आई थीं। वही भाजपा की 12 सीटें आई थी जबकि 2 पर निर्दलीय को जीत मिली थी । इस बार कांग्रेस को 5 सीटों का फायदा मिला है जबकि भाजपा को 4 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है।
कांग्रेस के पास आरक्षित वर्ग का प्रत्याशी नहीं भाजपा के 3 दावेदार
उधर जोड़तोड़ कर कांग्रेस अध्यक्ष सीट हथिया भी ले तो कांग्रेस के पास आरक्षण की स्थिति में प्रत्याशी नहीं है । इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए पिछड़ा महिला का आरक्षण हुआ है । कांग्रेस में इस पद के लिए एक भी कैंडिडेट नहीं है। जबकि भाजपा के पास 6 कैंडिडेट है। इनमें अध्यक्ष पद के खास दावेदार निर्मला नरेंद्र पाटीदार, दुर्गा विजय पाटीदार और मानुप्रिया विनीत यादव हैं।
इनमें निर्मला पाटीदार भाजपा जिला मंत्री नरेंद्र पाटीदार की पत्नी है, दुर्गा पाटीदार पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार की पुत्र वधू है और मानुप्रिया यादव पूर्व दिवंगत विधायक राजेश यादव की पुत्र वधू है ।